दादा गुरुदेव मणिधारी श्री जिनचंद्रसूरि जी की आरति

जय जय मणिधारी, आरति करूँ हितकारी,सुख सम्पति कारी ।। जय ।। गुण मणि आगर, महिमा सागर, भवि जन हितकारीदीन दयाल दया कर मोपर जिन शासनवारी…

दादा गुरुदेव युगप्रधान जिनचंद्रसूरि

सवाई युगप्रधान भट्टारक, बादशाह अकबर व जहाँगीर प्रतिबोधक, श्री जिनमाणिक्यसूरि जी के पट्टधर, चतुर्थ दादा गुरुदेव श्री जिनचन्द्रसूरि जी हुए।  आप अपने चारित्र बल एवं…

आचार्य जिनचन्द्रसूरि

महान प्रभावक आचार्य जिनभद्रसूरि जी के पट्ट पर श्री जिनचन्द्रसूरि जी हुए। आपका जन्म सम्वत 1487 में जैसलमेर निवासी चम्म गोत्रीय साह वच्छराज और माता…

आचार्य जिनचंद्रसूरि

आचार्य जिनलब्धिसूरि के पट्टधर श्री जिनचंद्रसूरि जी हुए। मुनि सहजज्ञान रचित “श्री जिनचंद्रसूरि विवाहलउ” के अनुसार आपका जन्म मरुदेश के कुसुमाण गाँव में हुआ। आपके पिता…

कलिकाल केवली जिनचन्द्रसूरि

आचार्य जिनप्रबोधसूरि के पट्ट पर जिनचन्द्रसूरि हुए। आप “कलिकाल केवली” के विरुद से सम्मानित थे। आपने विभिन्न वादियों पर विजय प्राप्त की थी। दादा जिनकुशलसूरि…

दादा गुरुदेव मणिधारी जिनचंद्रसूरि

दादा गुरुदेव श्री जिनदत्तसूरि जी के पट्टधर, सूर्य के समान तेजस्वी आचार्य श्री जिनचंद्रसूरि, मणिधारी दादा गुरुदेव के नाम से जाने जाते हैं। असाधारण व्यक्तित्व…

संवेग रंगशाला के रचयिता आचार्य जिनचंद्रसूरि

आचार्य जिनेश्वरसूरि के पट्ट पर सूरियों में श्रेष्ठ श्री जिनचंद्रसूरि हुए। वे नवांगी टीकाकार अभयदेवसूरि के वरिष्ठ गुरुभ्राता थे। खरतरगच्छ की परंपरा में जिनचंद्रसूरि के…