आचार्य जिनचन्द्रसूरि जी के पट्टधर श्री जिनसमुद्रसूरि जी हुए। आप उच्च कोटि के साधक एवं उद्भट विद्वान् थे। आपका जन्म सम्वत 1506 में हुआ था।…
महान प्रभावक आचार्य जिनभद्रसूरि जी के पट्ट पर श्री जिनचन्द्रसूरि जी हुए। आपका जन्म सम्वत 1487 में जैसलमेर निवासी चम्म गोत्रीय साह वच्छराज और माता…
नाकोड़ा तीर्थ और नाकोड़ा भैरव के संस्थापक, नाकोड़ा पार्श्वनाथ प्रतिमा के पुनर्स्थापक, खरतरगच्छ विभूषण श्री कीर्तिरत्नसूरि जी अपने समय के प्रख्यात विद्वान् और प्रभावशाली आचार्य…
आचार्य श्री जिनराजसूरि जी के पट्टधर 15वीं शताब्दी के जगत्प्रसिद्ध, महान ग्रन्थ संरक्षक, अनेक ज्ञानभण्डारों के संस्थापक श्री जिनभद्रसूरि जी हुए। अनेक प्राचीन और महत्वपूर्ण…
श्री जिनवर्द्धनसूरि जी पन्द्रहवीं सदी के प्रकांड विद्वान एवं प्रभावक आचार्य थे। आपका जन्म मेवाड़ के कईलवाड़पुर नामक नगर में सम्वत 1436 में मंत्री शाखा…
आचार्य श्री जिनोदयसूरि के पट्टधर श्री जिनराजसूरि हुए। आपका दीक्षा नाम राजमेरु मुनि था। सम्वत 1432 फाल्गुन कृष्ण 6 के दिन पाटण में, श्री लोकहिताचार्य…
आचार्य श्री जिनचन्द्रसूरि के पट्ट पर श्री जिनोदयसूरि हुए। आपका जन्म सम्वत 1375 में पालनपुर में हुआ था। आपके पिता माल्हू गोत्रीय साह रुद्रपाल थे…
आचार्य जिनलब्धिसूरि के पट्टधर श्री जिनचंद्रसूरि जी हुए। मुनि सहजज्ञान रचित “श्री जिनचंद्रसूरि विवाहलउ” के अनुसार आपका जन्म मरुदेश के कुसुमाण गाँव में हुआ। आपके पिता…
आचार्य जिनपद्मसूरि के पट्टधर श्री जिनलब्धिसूरि जी हुए। श्री तरुणप्रभाचार्य कृत “श्री जिनलब्धिसूरि चहुत्तरी” में आपका जीवन वृत्तांत दिया गया है। आपके पिता का नाम…
दादा गुरुदेव श्री जिनकुशलसूरि जी के पट्टधर श्री जिनपद्मसूरि जी हुए। आपके पिता खीमड कुलरत्न अम्बदेव थे तथा आपकी माता का नाम कीकी था। सम्वत…